केरल टूरिज़्म की बी 2 बी मीट में लांच हुए शानदार प्रोडक्ट्स और अनुभव
केरल टूरिज़्म ने त्योहारों और सर्दियों की छुट्टियों के मौसम में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की मांगो को पूरा करने के लिए खासतौर पर तैयार किए गए अनुभवात्मक उत्पाद (एक्सपीरिएंशियल प्रोडक्ट्स) का एक सेट पेश किया है, जो यात्रियों को राज्य के मनमोहक आकर्षण और मशहूर आतिथ्य का आनंद लेते हुए एक अच्छा समय बिताने का भरोसा दिलाता है। दुनिया भर में प्रसिद्ध आतिथ्य और सुरक्षित जगह के तौर पर अपनी पहचान बनाने के अलावा, राज्य कई शानदार अनुभव लेकर आया है, जिसमें शामिल हैं नई जगहें, पुराने ज़माने के बैकवाटर, बीच और हिल स्टेशन।
|| सुमन बाजपेयी
केरल के टूरिज्म मिनिस्टर श्री पी ए मोहम्मद रियास ने ‘नेटवर्क केरल’ बी2 बी टूरिज्म मीट के दौरान दिए एक संदेश में कहा कि अपनी महत्वपूर्ण पहलों के जरिए केरल ने स्थायी और समावेशी पर्यटन विकास का एक नया मॉडल कायम किया है। श्री रियास ने कहा, “एक विश्वव्यापी ब्रांड के तौर पर, केरल टूरिज्म ने खुद को एक समावेशी अनुभवात्मक और रीजेनरेटिव गंतव्य, यानी ऐसा पर्यटन जो किसी जगह को नुकसान पहुंचाने के बजाय उसे बेहतर स्थिति में छोड़ने का प्रयास करता है, के तौर पर मजबूती से स्थापित करके एक बड़ा बदलाव किया है, जो पूरे राज्य में यात्रियों को अलग-अलग तरह के विकल्प प्रदान करता है।”
केरल टूरिज्म के टूरिस्ट इन्फॉर्मेशन ऑफिसर श्री एस श्रीकुमार ने गॉड्स ओन कंट्री के अनूठे उत्पादों और अनुभवों को रेखांकित करते हुए एक प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने कहा कि पिछला साल टूरिज्म के लिहाज से बहुत ही बढ़िया रहा। घरेलू के साथ अंतरराष्ट्रीय यात्री भी बड़ी संख्या में केरल आए, खासकर कोच्चि में। पिछले साल लगभग 2 लाख 97 हजार यात्रियों ने केरल की यात्रा की जिससे सिद्ध होता है केरल एक पसंदीदा टूरिस्ट डेस्टीनेशन है।
इस आयोजन में केरल के विक्रेता और राष्ट्रीय राजधानी के खरीददार मौजूदा मौसम में गंतव्य को बढ़ावा देने के लिए व्यापारिक सौदों (बिज़नेस डील्स) को तय करने के लिए एक साथ एकत्र हुए।
खास बात यह है कि केरल का मौजूदा इन-बाउंड सीज़न 12 दिसंबर से शुरू होने वाले कोच्चि-मुज़िरिस बिनानेले के छठवें संस्करण के साथ मेल खाता है। दुनिया भर के कलाकारों के साथ दुनिया के बड़े समकालीन आर्ट शो में से एक, यह इवेंट 31 मार्च, 2026 तक चलेगा।

साथ ही, राज्य ने हाल ही में एक विज़न डॉक्यूमेंट जारी किया है जो पर्यटन के विकास के लिए एक खाके का काम करेगा। यह केरल की एक हमेशा आकर्षक जगह के तौर पर अनछुई क्षमता को सामने लाएगा, साथ ही कई सबसे अच्छे राज भी खोलेगा। विज़न डॉक्यूमेंट में टूरिज्म बिज़नेस में इनोवेशन और वेलनेस टूरिज्म और एडवेंचर टूरिज्म जैसे संबंधित विकल्पों में निवेश करने पर जोर दिया गया है। इसके साथ ही विरासत, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पर्यटन की क्षमता का भी इस्तेमाल किया गया है।
राज्य के नए प्रोडक्ट्स और पैकेज को भारत और विदेश के बड़े शहरों में नेटवर्किंग इवेंट्स और टूरिज़्म मेलों में बहुत अधिक सराहा गया।
केरल, महिलाओं के लिए खास टूरिज़्म पॉलिसी अपनाने वाला पहला राज्य भी है, जिससे महिलाओं के घूमने और गांव के समुदायों की सांस्कृतिक और जीवनयापन की परंपराओं को समझने के अतिरिक्त इसके अलग-अलग आकर्षण का अनुभव करने के लिए एक सुरक्षित और साफ जगह के तौर पर इसकी वैश्विक पहचान सुदृढ़ हुई है।
हाल ही में, राज्य में महिला पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, चाहे वह अकेले यात्रा करने वाली हों या ऑल-वुमन ग्रुप पैकेज के हिस्से के तौर पर, जिनमें से कई खुद महिला उद्यमियों द्वारा चलाए जाते हैं।
अपने शानदार नजारों, विश्वस्तरीय सुविधाओं और परंपरा और आधुनिकता के बेहतरीन मेल के साथ, यह राज्य इवेंट प्लानर्स, युगल और कॉर्पोरेट क्लाइंट्स को अपनी ओर खींच रहा है, जो एक खास और यादगार अनुभव की तलाश में हैं। राज्य ने अपनी दुनिया भर में सराही जाने वाली रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म मिशन सोसाइटी के जरिए स्थायी और समावेशी पर्यटन में भी एक मजबूत पहचान बनाई है, जिसने स्थानीय समुदायों के साथ भागीदारी में कई गंतव्य जोड़े हैं।
नए प्रोजेक्ट्स के साथ-साथ, राज्य की मुख्य संपत्तियां जैसे बीच, हिल स्टेशन, हाउसबोट और बैकवाटर आगंतुकों के अनुभव को और भी बेहतर बना रहे हैं। इनमें गांव और बागानों की यात्रा (प्लांटेशन विज़िट), जंगल रिज़ॉर्ट में ठहरना, होमस्टे, आयुर्वेद-आधारित कल्याण समाधान, रोमांचक गतिविधियां और देहात और हेरिटेज वॉक और हरी-भरी पहाड़ियों पर ट्रेकिंग भी शामिल हैं।
पर्यटन क्षेत्र में होने वाली महत्वपूर्ण पहल, जो राज्य के सकल घरेलू राजस्व में एक अहम योगदान देती है, दर्शाती है कि पिछले कुछ सालों में आने वाले लोगों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है, जो महामारी से पहले की संख्या से भी ज़्यादा है। पर्यटन से जुड़े भौतिक ढांचे (फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर) को भी टिकाऊ संरक्षण मॉडल (सस्टेनेबल कंजर्वेशन मॉडल अपनाकर और सार्वजनिक संपत्ति की खूबसूरती बढ़ाने के लिए एक अत्याधुनिक डिजाइन नीति लाकर फिर से बनाया गया है।
इस इवेंट का समापन एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुआ, जिसमें राज्य की अलग-अलग तरह की कला परंपराओं को प्रस्तुत किया गया, जैसे कथकली, मयूर नृत्य, थैय्यम आदि।

