
अहमदाबाद विमान हादसा: 274 की मौत, एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति की कहानी
गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार (12 जून 2025) को हुए भीषण विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान, फ्लाइट नंबर AI-171, जो अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए उड़ान भर रहा था, टेकऑफ के महज 36 सेकंड बाद मेघनीनगर क्षेत्र में एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में अब तक 274 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें विमान में सवार 241 यात्री और चालक दल के सदस्य, साथ ही जमीन पर मौजूद कुछ लोग शामिल हैं। केवल एक यात्री इस हादसे में जीवित बचा है।
12 जून 2025 को दोपहर 1:17 बजे उड़ान भरने के बाद, फ्लाइट AI-171 ने 1:39 बजे हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) को ‘मेडे’ कॉल भेजा, जो विमानन में सबसे गंभीर संकट संदेश होता है। विमान 650 फीट की ऊंचाई से ऊपर नहीं उठ सका और टेकऑफ के दो मिनट बाद, हवाई अड्डे से लगभग 2 किलोमीटर दूर मेघनीनगर के घनी आबादी वाले क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल और कैंटीन परिसर से टकराया, जिसके बाद आग का गोला बन गया। हादसे की भयावह तस्वीरों में जले हुए मलबे और विमान के टुकड़े बिखरे दिखाई दिए।
विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई यात्री शामिल थे। चालक दल में दो पायलट और 10 केबिन क्रू मेंबर थे। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी (68) भी मारे गए।
एकमात्र जीवित व्यक्ति की कहानी
हादसे में एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति ने अपनी आपबीती साझा की है। उन्होंने बताया कि विमान के आपातकालीन निकास द्वार से बाहर निकलने में कामयाब होने के कारण उनकी जान बच गई, लेकिन इसके तुरंत बाद विमान में आग लग गई। इस व्यक्ति का नाम अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है। उनकी हालत गंभीर है और उनका इलाज अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में चल रहा है।
मृतकों की पहचान में देरी
हादसे के बाद शवों की पहचान करना एक बड़ी चुनौती बन गया है। अधिकांश शव बुरी तरह जल चुके हैं, जिसके कारण डीएनए प्रोफाइलिंग की जरूरत पड़ रही है। अहमदाबाद सिविल अस्पताल में शनिवार (14 जून) को परिजनों को शव सौंपने की प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन देरी के कारण परिवारों में गुस्सा और निराशा बढ़ रही है। अब तक 9 शवों की डीएनए जांच पूरी हो चुकी है। अस्पताल के बाहर अपनों के शव का इंतजार कर रहे परिजनों का दुख और आक्रोश देखने को मिल रहा है।
जांच और ब्लैक बॉक्स
हादसे की जांच के लिए विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने काम शुरू कर दिया है। शुक्रवार (13 जून) को दुर्घटना स्थल से एक ब्लैक बॉक्स, फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR), बरामद किया गया, जो एक छत पर मिला। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) की तलाश जारी है। ब्लैक बॉक्स से हादसे के कारणों का पता लगाने में मदद मिलने की उम्मीद है। विशेषज्ञों ने संभावित कारणों में ओवरलोडिंग और ‘बर्ड हिट’ का जिक्र किया है, लेकिन अंतिम निष्कर्ष जांच के बाद ही सामने आएगा।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव समीर सिन्हा ने बताया कि विमान ने पेरिस-दिल्ली-अहमदाबाद मार्ग पर बिना किसी समस्या के उड़ान भरी थी। साथ ही, विमान का प्रमुख रखरखाव (सी-चेक) जून 2022 में हुआ था, और अगला चेक दिसंबर 2025 में होना था।
राहत और बचाव कार्य
हादसे के तुरंत बाद राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की छह टीमें, स्थानीय पुलिस, दमकल विभाग और सेना ने बचाव कार्य शुरू किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और अहमदाबाद पुलिस आयुक्त से बात की और केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (13 जून) को अहमदाबाद का दौरा किया। उन्होंने दुर्घटना स्थल का जायजा लिया, एकमात्र जीवित व्यक्ति और घायल मेडिकल छात्रों से मुलाकात की, और विजय रूपाणी के परिवार से संवेदना व्यक्त की।
एयर इंडिया और उसकी मूल कंपनी टाटा समूह ने मृतकों के परिवारों के लिए 1.25 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की है, जिसमें टाटा समूह की ओर से 1 करोड़ और एयर इंडिया की ओर से 25 लाख रुपये शामिल हैं। घायलों का इलाज का खर्च भी एयर इंडिया वहन करेगा।
एयर इंडिया ने दिल्ली और मुंबई से अहमदाबाद के लिए दो विशेष राहत उड़ानें शुरू की हैं, जो पीड़ितों के परिजनों और सहायता कर्मियों को दुर्घटना स्थल और अस्पतालों तक पहुंचाएंगी।
सामुदायिक और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
लंदन में भारतीय समुदाय ने पीड़ित परिवारों, विशेषकर अनाथ बच्चों, के लिए धन संग्रह अभियान शुरू किया है। यह फंड शिक्षा, भावनात्मक समर्थन और अंतिम संस्कार के खर्चों के लिए इस्तेमाल होगा।
ब्रिटेन के राजा चार्ल्स तृतीय ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और ट्रूपिंग द कलर समारोह में पीड़ितों के लिए एक मिनट का मौन रखने की घोषणा की।
हादसे ने कई परिवारों को तहस-नहस कर दिया। अहमदाबाद के अनिल अंबालाल पटेल ने अपने बेटे हर्षित (30) और बहू पूजा (30) को खो दिया, जो लंदन में रहते थे और मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए अहमदाबाद आए थे।
26 वर्षीय फ्लाइट अटेंडेंट रोशनी सोंघारे, जो अपनी शादी की तैयारी कर रही थीं, इस हादसे में मारी गईं। उनके 73,000 इंस्टाग्राम फॉलोअर्स उनकी जिंदादिली के कायल थे।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयर इंडिया के सभी बोइंग 787-8/9 ड्रीमलाइनर विमानों की गहन सुरक्षा जांच के आदेश दिए हैं। ये जांच 15 जून से शुरू होंगी और इसमें ईंधन, इंजन, हाइड्रोलिक सिस्टम और इलेक्ट्रॉनिक इंजन नियंत्रण शामिल होंगे।
एयर इंडिया ने फ्लाइट नंबर AI-171 को बंद कर दिया है, जैसा कि 2020 में कोझिकोड हादसे के बाद किया गया था।
अहमदाबाद विमान हादसा भारत के विमानन इतिहास में सबसे भयावह त्रासदियों में से एक है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, हादसे के कारणों का खुलासा होने की उम्मीद है। अभी के लिए, पूरा देश पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है, और राहत कार्यों में एकजुटता दिखा रहा है।