
गुरुग्राम: गुरुग्राम की सरस्वती विहार हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में पिछले कई दिनों से सीवर ओवरफ्लो की समस्या ने निवासियों का जीना मुहाल कर दिया है। सड़कों पर गंदा पानी और वातावरण में फैली दुर्गंध ने कॉलोनी को नरकीय बना दिया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस भीषण गर्मी में बदबू और दूषित वातावरण ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। इसके साथ ही, कॉलोनी में सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है, जिससे सड़कों पर कूड़े के ढेर और उड़ती धूल बुजुर्गों और बच्चों के लिए खतरा बन रही है।
स्थानीय निवासियों के अनुसार वे कई दिनों से स्थानीय पार्षद कुणाल यादव और म्युनिसिपल कॉरपोरेशन ऑफ गुरुग्राम (MCG) के अधिकारियों से शिकायत कर रहे हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही। एक निवासी ने कहा, “हमने कई बार MCG और पार्षद को सीवर ओवरफ्लो और सफाई की समस्या के बारे में बताया, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं निकला। सड़कों पर गंदा पानी और कूड़ा स्वास्थ्य के लिए खतरा बन रहा है।”
MCG और हरियाणा सरकार के प्रयासों पर सवाल
MCG कमिश्नर अशोक कुमार गर्ग ने सीवर ओवरफ्लो और सफाई समस्याओं को एक सप्ताह में ठीक करने का आदेश दिया था। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी थी कि लापरवाही बरतने पर सख्त कार्रवाई होगी। इसके बावजूद, सरस्वती विहार में स्थिति जस की तस बनी हुई है। MCG के एक अन्य अधिकारी, गोपाल कलावत ने कहा था, “हमने शहर भर में स्टॉर्मवाटर ड्रेन की सफाई के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। सबसे प्रभावित क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर सफाई होगी।” लेकिन गुरुग्राम निवासियों का आरोप है कि ये दावे केवल कागजी हैं।
हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री सुभाष सुदा ने हाल ही में गुरुग्राम में सफाई व्यवस्था की समीक्षा की थी और SWEEP पहल के तहत 19 HCS अधिकारियों को सफाई कार्यों की निगरानी के लिए नियुक्त किया गया था। फिर भी, सरस्वती विहार जैसे क्षेत्रों में कोई सुधार नहीं दिख रहा। निवासियों का कहना है कि बार-बार शिकायतों के बाद भी झाड़ू केवल विशेष अनुरोध पर ही लगाई जा रही है, और वह भी हफ्तों बाद।
निवासियों की शिकायतें और स्वास्थ्य जोखिम
कॉलोनी में कूड़े के ढेर, सड़कों पर गंदगी और बहते मैनहोल की समस्या ने मच्छरों के प्रजनन को बढ़ावा दिया है, जिससे डेंगू और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। एक अन्य निवासी के अनुसार, “यहां कोई ऐसी जगह नहीं जहां कूड़ा न फैला हो। धूल और गंदगी से बच्चों और बुजुर्गों का बुरा हाल है।” निवासियों ने बताया कि वे निजी ठेकेदारों को कूड़ा उठाने के लिए भुगतान करने को मजबूर हैं, क्योंकि MCG की सेवाएं अपर्याप्त हैं।
प्रशासन से मांग और भविष्य की उम्मीद
निवासियों ने मांग की है कि MCG और स्थानीय प्रशासन तत्काल सीवर लाइनों की सफाई, खुले मैनहोल को बंद करने और नियमित सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करे। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हाल ही में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट्स (STPs) की गुणवत्ता और सफाई व्यवस्था में सुधार के लिए निर्देश दिए थे। लेकिन सरस्वती विहार के निवासियों का कहना है कि इन निर्देशों का जमीनी स्तर पर कोई असर नहीं दिख रहा।
MCG ने सफाई और सीवर से संबंधित शिकायतों के लिए हेल्पलाइन नंबर (7840001817) और व्हाट्सएप नंबर (7290097521) जारी किए हैं, जहां निवासी अपनी शिकायतें दर्ज कर सकते हैं। निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई नहीं हुई, तो वे हरियाणा के मुख्यमंत्री के शिकायत पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज करेंगे।
निष्कर्ष: सरस्वती विहार हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की स्थिति गुरुग्राम के कई अन्य क्षेत्रों की तरह बदहाल है, जहां सीवर ओवरफ्लो और सफाई की कमी ने निवासियों के लिए गंभीर समस्याएं खड़ी कर दी हैं। प्रशासन और स्थानीय पार्षद की ओर से त्वरित और स्थायी समाधान की जरूरत है ताकि निवासियों को स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण मिल सके।